Dhokebaaz Shayari in Hindi, धोखा, एक ऐसा शब्द है जो दिल को चीर देता है और आत्मा को झकझोर देता है। जब विश्वासघात होता है, तो वह केवल रिश्तों को ही नहीं, बल्कि हमारी आस्थाओं और उम्मीदों को भी तोड़ देता है। शायरी के माध्यम से, हम इस गहरे दर्द और धोखे की भावना को शब्दों में पिरोकर व्यक्त कर सकते हैं।
इस लेख में, हम आपके लिए धोखेबाजों पर आधारित कुछ चुनिंदा शायरियों का संग्रह प्रस्तुत कर रहे हैं, जो आपके दिल की गहराइयों को छूएंगी। इन शायरियों के माध्यम से, आप अपने भीतर के दर्द, ग़म, और टूटे हुए विश्वास को अभिव्यक्त कर सकते हैं। चाहे वह किसी प्रिय के द्वारा धोखा हो, या विश्वासघात की कड़वी यादें, ये शायरियां उन सभी भावनाओं को उजागर करने में सक्षम हैं।
आशा है कि यह Dhokebaaz Shayari in Hindi संग्रह आपके दिल को छूएगा और आपके भावनात्मक सफर में साथी बनेगा। इन शायरियों के माध्यम से, अपने दर्द को साझा करें, उसे महसूस करें, और शब्दों की इस दुनिया में अपने जज्बातों को एक नई दिशा दें।
Best Dhokebaaz Shayari Collection Hindi Mein
तूने मोहब्बत का मतलब ही बदल दिया,
धोखे के पीछे अपना चेहरा छुपा लिया।
तेरे वादों का अब कोई मान नहीं,
तूने हर जज़्बात को धोखा बना दिया।
जिसे अपना समझा, वो पराया निकला,
जिसे वफ़ा कहा, वो धोखेबाज़ निकला।
तेरी बातों में ऐसा असर था,
धोखे में भी मोहब्बत का सफर था।
तू हंसकर दिलों को लूट लेता है,
धोखेबाज़ कहूं या जादूगर तुझे।
तेरे इश्क़ का सिला दर्द बन गया,
तू जो अपना था, अब पराया बन गया।
धोखा देकर तूने ये साबित कर दिया,
हर चेहरे के पीछे एक नकाब होता है।
मोहब्बत तेरी आदत थी, वफ़ा तेरी फितरत नहीं,
तेरा धोखा ही सबसे बड़ी हकीकत थी।
तेरे इश्क़ की मिठास में जहर छुपा था,
तेरा हर वादा बस एक सपना था।
तूने प्यार में वो कर दिया,
जो दुश्मन भी कभी न करे।
Dhokebaaz Shayari Dost धोकेबाज़ दोस्त शायरी
जिसे अपना समझा, उसने ही साथ छोड़ा,
दोस्ती का नकाब पहनकर धोखा दिया बड़ा।
भरोसा करके हर बात बताई थी जिसे,
वो ही दोस्त पीठ पीछे बातों का सौदा कर गया।
तेरी दोस्ती पर यकीन था हर घड़ी,
पर तेरा धोखा दिल को तोड़ गया बड़ी सदी।
यार कहकर हर गम को सह लिया,
पर तूने दोस्ती में जहर घोल दिया।
साथ निभाने का वादा तेरा झूठा निकला,
धोखेबाज़ दोस्त, तू ही सबसे बड़ा निकला।
जिसे दोस्ती का नाम दिया, वो बेवफाई कर गया,
तेरी हर मुस्कान के पीछे छल छुपा था।
तेरा चेहरा दोस्ती का धोखा बन गया,
अब हर दोस्त पर एतबार खत्म हो गया।
दोस्ती निभाने का दावा तो बड़ा किया,
पर जरूरत पड़ी तो तूने साथ छोड़ दिया।
तेरी झूठी दोस्ती का किस्सा मशहूर हो गया,
धोखा देने में तेरा नाम बड़ा हो गया।
दोस्ती का नाम लेकर जो दिल जलाते हैं,
धोखेबाज़ दोस्त वो कहे जाते हैं।
Bewafa Dhokebaaz Shayari in Hindi
तेरी बेवफाई ने दिल को तोड़ा है,
और तूने दोस्ती को भी धोखा दिया है।
तूने प्यार में धोखा दिया, दिल को तोड़ा,
वो दोस्ती की हसरत भी अब खो दी।
तेरे वादों का सच्चाई से कोई नाता नहीं था,
धोखा देकर तूने हमें बिखरने दिया।
तेरी बेवफाई ने दिल को चीर दिया,
धोखे से दोस्ती को भी खत्म कर दिया।
तूने दिल से चाहा था हमें,
पर धोखा देकर हमें तन्हा कर दिया।
जो भरोसा किया था तुझ पर, वो टूट गया,
तेरी बेवफाई ने दोस्ती को भी छल किया।
धोखा देने वाला अब कौन सा दोस्त है,
तूने तो दिल में सिर्फ जख्म छोड़ा है।
तेरी हर बात में एक झूठ छिपा था,
धोखा दे कर तूने हमसे दिल छीन लिया।
जिसे अपना समझा, वही बेवफा निकला,
तू दोस्त था या फिर धोखेबाज़ निकला।
वादा था कि हमेशा साथ रहेंगे,
तेरे धोखे ने हमें अकेला छोड़ दिया।
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FAQ,s
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बेवफाई और धोखा देने का एहसास शायरी में कैसे व्यक्त किया जाता है?
उत्तर: बेवफाई और धोखे का एहसास शायरी में दिल के टूटने, विश्वास के टूटने, और जख्मों की गहराई को शब्दों के माध्यम से व्यक्त किया जाता है। यह शायरी अक्सर उस दर्द और धोखे की ओर इशारा करती है जो किसी रिश्ते में विश्वासघात के कारण होता है। - बेवफाई और धोखे पर शायरी लिखने का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: बेवफाई और धोखे पर शायरी लिखने का उद्देश्य उस दर्द और जख्म को व्यक्त करना है जो किसी ने अपने करीबी रिश्ते में महसूस किया होता है। यह शायरी भावनाओं का इज़हार करने, दूसरों से जुड़ने और खुद को समझने का तरीका हो सकती है। -
धोखेबाज़ दोस्त पर शायरी क्यों लिखी जाती है?
उत्तर: धोखेबाज़ दोस्त पर शायरी तब लिखी जाती है जब किसी मित्र ने विश्वासघात किया हो। यह शायरी उस दुख और निराशा को व्यक्त करती है जो किसी दोस्त की बेवफाई के कारण महसूस होती है।
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