Urdu Shayari एक खूबसूरत और दिल को छू लेने वाली कला है, जिसमें जज्बातों को शब्दों में इस तरीके से पिरोया जाता है कि वो सीधे दिल तक पहुंच जाएं। इसका हर शेर, हर मिसरा एक कहानी बयां करता है, जो या तो मोहब्बत की मीठी बातें होती हैं, या फिर दर्द और ग़म की गहरी अदा। Urdu Shayari के शेरों में एक अनोखी खूबसूरती और सादगी होती है, जो किसी भी दिल को छू सकती है।
Urdu Shayari की दुनिया बेहद दिलचस्प और रोमांटिक है। इसमें शब्दों के साथ एक ऐसी जादुई महक होती है, जो सीधे दिल में बस जाती है। चाहे वो प्यार की बातें हों, दिल टूटने का दर्द हो, या फिर किसी की यादों का ग़म, Urdu Shayari हर जज़्बात को खूबसूरती से पेश करती है। इसके शेर हर वक्त के साथ गूंजते रहते हैं, और हर दौर में अपनी अलग पहचान बना लेते हैं।
30+ Urdu Shayari in Hindi
तेरी यादों का समंदर है, जो कभी सूखा नहीं,
इश्क़ की ये राहें सच्ची हैं, जो कभी मुड़ा नहीं।
तू है मेरी दुआओं का असर, मेरी रूह की राहत,
तेरी मोहब्बत में बसी है, मेरी हर एक चाहत।
तेरी आँखों में जो शम्मा जलती है, दिल में उसकी जादू की ख़ुशबू बसी है,
तेरे बिना ये दिल वीरान सा लगता है, तेरी यादों का असर दिल में अभी भी है।
तेरी हँसी में वो नशा है, जो दिल को सुकून दे,
तेरे बिना यह दिल कहीं खो सा जाए, जो तुझे याद करे।
तेरी ख़ामोशी भी मेरी रूह में हलचल पैदा करती है,
तेरे बिना ये दिल बस तन्हाई में खो जाता है।
तेरी मोहब्बत में जो शिफा है, वो दिल में बसी है,
तेरे बिना अब इस दिल में कोई उम्मीद नज़र नहीं आती है।
तेरी मोहब्बत में वो ख्वाब सा असर है,
तेरे बिना ये दिल बस उदासी से घिरा है।
तेरे बिना दुनिया सुनसान सी लगती है,
तेरी मोहब्बत का असर, जैसे रूह में बसी हुई राहत सी है।
तेरी आवाज़ में वो सुकून है, जो दिल को चाहिए,
तेरे बिना ये दिल अब खाली सा हो जाए, ये दिल तेरे ही ख्वाबों में बसा है।
इश्क़ का तज़ुर्बा अब दिल में गहरा असर छोड़ गया,
हर दर्द अब उस की यादों का तलबगार हो गया।
दर्द के फूल भी खिलते हैं बिखर जाते हैं
ज़ख़्म कैसे भी हों कुछ रोज़ में भर जाते है
ऐ शैख़ वो बसीत हक़ीक़त है कुफ़्र की
कुछ क़ैद-ए-रस्म ने जिसे ईमाँ बना दिया
अब तो मिल जाओ हमें तुम कि तुम्हारी ख़ातिर
इतनी दूर आ गए दुनिया से किनारा करते
एक मुद्दत से मिरी माँ नहीं सोई ‘ताबिश’
मैं ने इक बार कहा था मुझे डर लगता है
मसरूफ़ हैं कुछ इतने कि हम कार-ए-मोहब्बत
आग़ाज़ तो कर लेते हैं जारी नहीं रखते
क्या हो जाता है इन हँसते जीते जागते लोगों को
बैठे बैठे क्यूँ ये ख़ुद से बातें करने लगते हैं
झोंके के साथ छत गई दस्तक के साथ दर गया
ताज़ा हवा के शौक़ में मेरा तो सारा घर गया
क्या हो कि मेरी ज़िंदगी से तू निकल सके
जिस से कि मेरे दर्द का पहलू निकल सके
मैं जिस सुकून से बैठा हूँ इस किनारे पर
सुकूँ से लगता है मेरा क़याम आख़िरी है
अगर यूँही मुझे रक्खा गया अकेले में
बरामद और कोई इस मकान से होगा
एक मोहब्बत और वो भी नाकाम मोहब्बत
लेकिन इस से काम चलाया जा सकता है
दिल धड़कने का सबब याद आया
वो तिरी याद थी अब याद आया
न ख़्वाब ही से जगाया न इंतिज़ार किया
हम इस दफ़अ भी चले आए चूम कर उस को
पस-ए-ग़ुबार भी उड़ता ग़ुबार अपना था
तिरे बहाने हमें इंतिज़ार अपना था
‘ताबिश’ जो गुज़रती ही नहीं शाम की हद से
सोचें तो वहीं रात सहर-ख़ेज़ बहुत है
कमाल-ए-हुस्न है हुस्न-ए-कमाल से बाहर
अज़ल का रंग है जैसे मिसाल से बाहर
ये जो साए से भटकते हैं हमारे इर्द-गिर्द
छू के उन को देखिए तो वाहिमा कोई नहीं
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FAQ’s
- उर्दू शायरी क्या है?
उर्दू शायरी एक काव्यात्मक कला है, जिसमें भावनाओं को खूबसूरती से शब्दों में व्यक्त किया जाता है। इसमें प्यार, दर्द, ग़म, खुशी और जीवन के अन्य पहलुओं को शेरों के माध्यम से व्यक्त किया जाता है। - उर्दू शायरी कहां से उत्पन्न हुई थी?
उर्दू शायरी का आरंभ भारत और पाकिस्तान में हुआ था। यह फारसी, अरबी और हिंदी के मिश्रण से विकसित हुई है और धीरे-धीरे यह पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो गई। - क्या उर्दू शायरी को समझने के लिए उर्दू भाषा जाननी जरूरी है?
नहीं, उर्दू शायरी का आनंद लेने के लिए उर्दू भाषा जानना जरूरी नहीं है, लेकिन यदि आप उर्दू शब्दों और उनके अर्थों को समझते हैं, तो शायरी का अनुभव और भी गहरा हो सकता है। - क्या उर्दू शायरी में सिर्फ प्यार और ग़म की बातें होती हैं?
नहीं, उर्दू शायरी में न केवल प्यार और ग़म, बल्कि जिंदगी, समाज, प्रकृति और इंसानियत से जुड़े कई पहलुओं पर भी शेर होते हैं। - उर्दू शायरी की खासियत क्या है?
उर्दू शायरी की खासियत इसके शब्दों की नज़ाकत, गहराई और उसकी भावनाओं की सटीकता है। इसके शेरों में दिलचस्पी और असर होता है, जो सुनने वाले को एक गहरे अहसास में डूबो देता है।
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