Site icon Shayari Path

30+ Best Tehzeeb Hafi Shayari | तहज़ीब हाफि शायरी

30+ Best Tehzeeb Hafi Shayari | तहज़ीब हाफि शायरी

कभी किसी शेर में दिल की आवाज़ महसूस की है? 
अगर नहीं, तो tehzeeb hafi shayari वो दरवाज़ा है जहाँ जज़्बात अल्फ़ाज़ का रूप लेते हैं, और दिल की खामोशियाँ लफ़्ज़ बनकर बहती हैं। उनके हर शेर में एक ऐसी सच्चाई है जो सीधी रूह को छू जाती है।

Tehzeeb Hafi Shayari – कुछ पल

मैं कि काग़ज़ की एक कश्ती हूँ
पहली बारिश ही आख़िरी है मुझे

तेरा चुप रहना मिरे ज़ेहन में क्या बैठ गया
इतनी आवाज़ें तुझे दीं कि गला बैठ गया

तुझ को पाने में मसअला ये है
तुझ को खोने के वसवसे रहेंगे

अपनी मस्ती में बहता दरिया हूँ
मैं किनारा भी हूँ भँवर भी हूँ

ये एक बात समझने में रात हो गई है
मैं उस से जीत गया हूँ कि मात हो गई है

दास्ताँ हूँ मैं इक तवील मगर
तू जो सुन ले तो मुख़्तसर भी हूँ

वो जिस की छाँव में पच्चीस साल गुज़रे हैं
वो पेड़ मुझ से कोई बात क्यूँ नहीं करता

बता ऐ अब्र मुसावात क्यूँ नहीं करता
हमारे गाँव में बरसात क्यूँ नहीं करता

इक तिरा हिज्र दाइमी है मुझे
वर्ना हर चीज़ आरज़ी है मुझे

तमाम नाख़ुदा साहिल से दूर हो जाएँ
समुंदरों से अकेले में बात करनी है

पेड़ मुझे हसरत से देखा करते थे
मैं जंगल में पानी लाया करता था

मैं जंगलों की तरफ़ चल पड़ा हूँ छोड़ के घर
ये क्या कि घर की उदासी भी साथ हो गई है

मैं जिस के साथ कई दिन गुज़ार आया हूँ
वो मेरे साथ बसर रात क्यूँ नहीं करता

मैं सुख़न में हूँ उस जगह कि जहाँ
साँस लेना भी शाइरी है मुझे

सहरा से हो के बाग़ में आया हूँ सैर को
हाथों में फूल हैं मिरे पाँव में रेत है

इस लिए रौशनी में ठंडक है
कुछ चराग़ों को नम किया गया है

नींद ऐसी कि रात कम पड़ जाए
ख़्वाब ऐसा कि मुँह खुला रह जाए

मेरी नक़लें उतारने लगा है
आईने का बताओ क्या किया जाए

आसमाँ और ज़मीं की वुसअत देख
मैं इधर भी हूँ और उधर भी हूँ

मुझ पे कितने सानहे गुज़रे पर इन आँखों को क्या
मेरा दुख ये है कि मेरा हम-सफ़र रोता न था

कोई कमरे में आग तापता हो
कोई बारिश में भीगता रह जाए

क्या मुझ से भी अज़ीज़ है तुम को दिए की लौ
फिर तो मेरा मज़ार बने और दिया जले

मिरे हाथों से लग कर फूल मिट्टी हो रहे हैं
मिरी आँखों से दरिया देखना सहरा लगेगा

ये फ़िल्मों में ही सबको प्यार मिल जाता है आख़िर में
मगर सचमुच में इस दुनिया में ऐसा कुछ नहीं होता

गले तो लगना है उस से कहो अभी लग जाए
यही न हो मेरा उस के बग़ैर जी लग जाए

भरम रखा है तेरे हिज्र का वरना क्या होता है
मैं रोने पे आ जाऊँ तो झरना क्या होता है

अब उस जानिब से इस कसरत से तोहफ़े आ रहे हैं
कि घर में हम नई अलमारियाँ बनवा रहे हैं

तपते सहराओं में सब के सर पे आँचल हो गया
उसने ज़ुल्फ़ें खोल दीं और मसअला हल हो गया

मुझे आज़ाद कर दो एक दिन सब सच बता कर
तुम्हारे और उसके दरमियाँ क्या चल रहा है

क्या ग़लत-फ़हमी में रह जाने का सदमा कुछ नहीं
वो मुझे समझा तो सकता था कि ऐसा कुछ नहीं

एक बार इन्हें भी पढ़ें

तो दोस्तों! उम्मीद है कि आज की Tehzeeb Hafi Shayari आपके दिल को छू गई होगी और आपके भावनाओं को नया रूप देने में मदद की होगी।
यहाँ हमने सिर्फ शेर नहीं, बल्कि जज़्बातों की दुनिया पेश की है — चाहे आप प्यार में हों, तन्हाई में हों या बस लफ़्ज़ों से सुकून पाना चाहते हों — Shayari Path पर हर एहसास का जवाब है।
अब देर किस बात की? एक प्याली चाय लीजिए, शायरी पढ़िए और दिल को फिर से जीने दीजिए!

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. Tehzeeb Hafi कौन हैं और उनकी शायरी इतनी मशहूर क्यों है?

Tehzeeb Hafi एक आधुनिक उर्दू शायर हैं जिनकी शायरी सीधी दिल से निकलती है। उनके अल्फ़ाज़ में दर्द, मोहब्बत और सच्चाई की झलक मिलती है, जो हर रूह को छू जाती है।

2. इस ब्लॉग में मुझे क्या खास मिलेगा?

इस ब्लॉग में आपको चुनिंदा tehzeeb hafi shayari मिलेगी जो प्यार, तन्हाई और एहसास के हर रूप को बयां करती है। साथ ही हर दिन नई शायरी जोड़ी जाती है।

3. क्या मैं यहाँ से अपनी पसंदीदा शायरी शेयर कर सकता हूँ?

हाँ, बिल्कुल! आप अपनी पसंदीदा शेर या दो लाइनें सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं और “Shayari Path” को टैग करके अपने जज़्बात दूसरों तक पहुँचा सकते हैं।

4. Tehzeeb Hafi Shayari पढ़ने का सबसे अच्छा समय क्या है?

जब दिल शांत हो और मन में हल्की‑सी तन्हाई हो — वही सही वक्त है Tehzeeb Hafi Shayari का आनंद लेने का।

5. क्या Shayari Path पर और भी शायरी categories उपलब्ध हैं?

हाँ, यहाँ आपको love shayari, sad shayari, motivational shayari, और dard bhari shayari जैसी कई और categories भी मिलेंगी।

||पढ़ें हमारा Best शायरी Collection सिर्फ और सिर्फ Shayari Read पर विशेष…||

Exit mobile version